कंप्यूटर वायरस एक डिजिटल आघात है जिसे कंप्यूटर प्रोग्रामों के माध्यम से फैलाया जाता है। यह एक अप्रचलित कोड होता है जो कंप्यूटर तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है, जैसे कि डाटा हराना, संक्रमित फ़ाइलें बनाना, या सिस्टम में दुर्भाग्यपूर्ण बदलाव करना।
यह कंप्यूटर सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है और यहां बताया जाएगा कि पहला कंप्यूटर वायरस किसने बनाया था।
पहला कंप्यूटर वायरस
वायरस शब्द का उपयोग कंप्यूटर सुरक्षा के क्षेत्र में पहली बार 1971 में गेल्फिश ब्रियान्ट द्वारा किया गया था।
उन्होंने एक वायरस बनाया था जिसे ‘Creeper’ के नाम से जाना जाता है। Creeper एक एक्सपरिमेंटल कंप्यूटर प्रोग्राम था जो TENEX ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलता था।
यह वायरस सिस्टम में घुसकर स्क्रीन पर “I’m the creeper, catch me if you can!” (“मैं हूँ क्रीपर, मुझे पकड़ो अगर सकते हो तो!”) बदलता था और फिर आपके सिस्टम से दूसरे सिस्टम में फैल जाता था।
पहले कंप्यूटर वायरस का जन्म
फिलहाल, क्रीपर कोड को वायरस के रूप में पहचानना गया है, लेकिन इसे स्वीकार करने का मतलब नहीं है कि वह पहला वायरस था जिसे किसी ने बनाया था। कंप्यूटर वायरस का विकास और उनका बाजार में प्रसार बाद में हुआ, और वे आज भी अत्यंत सक्रिय हैं।
Computer Virus List
पहले कंप्यूटर वायरस के बाद, वायरसों का विकास और प्रसार तेजी से बढ़ा। यह नई और नई तकनीकों का उपयोग करके सुधार होते गए और संगठित रूप से बढ़ते गए। यहां कुछ महत्वपूर्ण कंप्यूटर वायरसों का उल्लेख किया जा सकता है:
- Morris वायरस (1988): यह एक प्रसिद्ध वायरस है जिसे रॉबर्ट टॉम मॉरिस ने बनाया था। यह वायरस इंटरनेट पर पहला व्यापक रूप से प्रसारित हुआ था और कंप्यूटर सिस्टम को संक्रमित करके उसकी प्रदर्शनशीलता को कम करता था।
- ILOVEYOU वायरस (2000): इस वायरस को फिलीपीनी के एक स्टूडेंट ने बनाया था और यह ईमेल के माध्यम से फैलता था। यह वायरस प्रयोक्ताओं के संदेशों में प्रेम भावना जताता था, लेकिन फिर सिस्टम के फ़ाइलें हटाने के लिए कंप्यूटर सिस्टम में बड़ा नुकसान पहुंचाता था।
- Code Red वायरस (2001): यह एक वेब सर्वर वायरस था जिसने एक्स्प्लोइट का उपयोग करके वेब सर्वरों को हमला किया था। इस वायरस के प्रभावस्वरूप, संक्रमित सर्वरों पर “Hacked by Chinese!” के संकेत दिखाई देते थे।
- WannaCry वायरस (2017): यह एक रैंसमवेयर वायरस था जो कंप्यूटर सिस्टमों को संक्रमित कर फ़ाइलें एन्क्रिप्ट करके पैसे मांगता था। यह एक बड़ी स्केल की संक्रमण धमाका था और विश्वभर में कई सरकारी और निजी संगठनों को प्रभावित किया था।
ये केवल कुछ उदाहरण हैं और कंप्यूटर वायरसों की सूची बहुत लंबी हो सकती है। इनके अलावा भी कई और प्रमुख वायरस हुए हैं, जिनमें Nimda, Blaster, Conficker, Stuxnet, और Cryptolocker शामिल हैं।
कंप्यूटर वायरस की खोज किसने की
कंप्यूटर वायरस की खोज कई लोगों द्वारा की गई है और एक व्यक्ति को इसे सीमित करना कठिन है। निम्नलिखित व्यक्तियों ने कंप्यूटर वायरस की खोज में महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं:
- जॉन वॉन न्यूमैन (John von Neumann): जॉन वॉन न्यूमैन, जिन्हें मॉडर्न कंप्यूटिंग के पितामह के रूप में जाना जाता है, ने 1949 में वायरस जैसे आघातों की संभावना को पहली बार पहचाना। उन्होंने “न्यूमैन जैन” के नाम से एक आपत्तिजनक स्क्रिप्ट विकसित किया था जो UNIVAC I कंप्यूटर पर कार्य करता था। यह एक प्रभावी तरीके से काम करने वाला वायरस था जो कंप्यूटर की यादृच्छिक आपत्ति बनाने के लिए बनाया गया था।
- फ्रेड कोहेन (Fred Cohen): फ्रेड कोहेन, जो कंप्यूटर सुरक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख अध्येता हैं, ने 1983 में “वायरस” शब्द का प्रथम प्रयोग किया। वे वायरसों की परिभाषा और कंप्यूटर सुरक्षा प्रशासनिक और तकनीकी पहलुओं की व्याख्या में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
- वर्नर कैप्लन (Verner Kaplan): वर्नर कैप्लन, जो स्वीडिश उद्योग विकास केंद्र (SI) के अध्यक्ष रह चुके हैं, ने 1971 में “क्रीपर” कोड को विकसित किया था। यह एक प्रयोगात्मक कंप्यूटर प्रोग्राम था जो ARPANET पर पहला रूपांतरण करने वाला संक्रमित कंप्यूटर प्रोग्राम माना जाता है।
वायरस की खोज करने में भी कई अन्य लोगों ने योगदान दिया है, जिनमें फ्रेड वू, आल्वारो एईजो, केन थॉम्पसन, रिचर्ड स्टॉलमन, लेन आडोल्फसन, और माइकल एडलर शामिल हैं। वायरस की खोज के साथ-साथ, कंप्यूटर सुरक्षा के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिए गए हैं।
Conclusion
1971 में गेल्फिश ब्रायंट द्वारा बनाए गए Creeper कोड को पहला कंप्यूटर वायरस के रूप में माना जा सकता है, जो एक प्रयोगात्मक कंप्यूटर प्रोग्राम था। हालांकि, यह कंप्यूटर वायरस विकसित करने का प्रथम प्रयास नहीं था। वायरस की विकास की कहानी आगे चलती रही है और यह एक निरंतर युगानुक्रम का हिस्सा बनी रही है।
नोट: यह ब्लॉग पोस्ट केवल जानकारी और अध्ययन के उद्देश्य से है, और कंप्यूटर सुरक्षा और वायरस इतिहास के विस्तृत अध्ययन के लिए वायरस अनुसंधान संगठनों के संसाधनों का उपयोग करें।